tag:blogger.com,1999:blog-4798331313195034427.post6821855992764836848..comments2023-09-28T06:07:14.371-07:00Comments on मेरी सोच: मजदूर दिवस - !रेखा श्रीवास्तवhttp://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-4798331313195034427.post-29356195313981410402010-05-03T06:00:08.708-07:002010-05-03T06:00:08.708-07:00रेखा जी ! बहुत अच्छा लगा पढ़ कर कि कम से कम नई पीडी...रेखा जी ! बहुत अच्छा लगा पढ़ कर कि कम से कम नई पीडी के पड़े लिखे नौज़बानो में ये जज्बा तो है..shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4798331313195034427.post-75926477681265580262010-05-01T04:01:40.099-07:002010-05-01T04:01:40.099-07:00समीर जी,
इस मामले में आ...समीर जी,<br /><br /> इस मामले में आई आई टी में अभी बहुत मानवता बाकी है , हमारे पूर्व राष्ट्रपति वेंकट रमण कि बेटी श्रीमती रामचंद्रन भी यहाँ पर गरीब बच्चों के लिए स्कूल चलाती थी. जब तक वह कानपुर में रही अपने काम को अच्छी तरह करती रही.रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4798331313195034427.post-79507646221349870692010-05-01T03:52:23.544-07:002010-05-01T03:52:23.544-07:00आई आई टी में काम कर रहें मजदूरों के बच्चों के लिए ...आई आई टी में काम कर रहें मजदूरों के बच्चों के लिए होता सार्थक प्रयास प्रेरणादायी है. कुछ आशा की किरण बाकी है अभी.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4798331313195034427.post-73909458065031241692010-05-01T02:35:51.552-07:002010-05-01T02:35:51.552-07:00और दिवसों की तरह भाषणबाजी करते हुए ये दिवस भी बीत ...और दिवसों की तरह भाषणबाजी करते हुए ये दिवस भी बीत जायेगा. मजदूर जहां था वहीं रह जायेगा.वन्दना अवस्थी दुबेhttps://www.blogger.com/profile/13048830323802336861noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4798331313195034427.post-31355295124346309762010-05-01T01:12:50.302-07:002010-05-01T01:12:50.302-07:00इन बेचारे मजदूरों को पता भी नहीं होगा, कि इनके नाम...इन बेचारे मजदूरों को पता भी नहीं होगा, कि इनके नाम पर कितने कागज़ काले किए जा रहें हैं और एयर कंडीशंड रूम में बैठकर धूप में तपते उन मजदूरों के नाम पर भाषण दिए जा रहें हैं..और दावत उडाई जा रही है..<br />बहुत अच्छा लगा जान आई. आई. टी. के छात्र इनका इतना ख़याल रखते हैं और इनके अच्छे जीवन के लिए प्रयासरत हैं.rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4798331313195034427.post-68168768472329584622010-04-30T23:03:05.803-07:002010-04-30T23:03:05.803-07:00majdoor divas sirf kaagajo me chalta h
aaj bhi beb...majdoor divas sirf kaagajo me chalta h<br />aaj bhi bebas h yeSANJEEV RANAhttps://www.blogger.com/profile/02649434617771451883noreply@blogger.com